अंतरशालेय काव्यवाचन प्रतियोगिता ‘काव्यगंगा’ संपन्न
झील एजुकेशन संस्थान की ज्ञानगंगा अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अंतरशालेय काव्यवचन स्पर्धा काव्यगंगा का आयोजन किया गया था । अध्यक्ष स्थान पर झील एजुकेशन संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष एस एम काटकर उपस्थित थे । प्रमुख अतिथि के रूप में प्रसिद्ध साहित्यिक संजय भारद्वाज और महाराष्ट्र राष्ट्रभाषा सभा के सह सचिव रविकिरण गलंगे उपस्थित थे ।
पुणे जिला के ६० पाठशालाओंने का “काव्यगंगा” काव्यवाचन स्पर्धा में सहभाग लिया था । इसमें तीन गुट बनाए गए थे । अ गुट में पांचवी से सातवीं कक्षा ब गुट में आठवीं से दसवीं कक्षा और क गुट में आठवीं से दसवीं कक्षा स्वरचित कविताओं की प्रस्तुति हुई ।
अ गुट में
श्रीहर्ष पाटणकर प्रथम, पुष्कर मुसले द्वितीय, स्वराज मेढेकर तृतीय और सान्वी देशपांडे ने उत्तेजनार्थक पुरस्कार प्राप्त कर लिया।
ब गुट में
सिंबायोसिस सेकंडरी स्कूल की सई मांडके ने प्रथम स्थान, आर्या गायकवाड ने द्वितीय स्थान, किमया भोले ने तृतीय स्थान और चिराग बहेटी ने उत्तेजनार्थक पुरस्कार प्राप्त कर लिया।
स्वरचित कविताओं में एस अग्रवाल हाईस्कूल दत्तवाडी की छात्रा प्रगति संतोष कापसे ने प्रथम स्थान, जयंत दुबे ने द्वितीय स्थान और अंतरा बापट ने तीसरा स्थान प्राप्त कर लिया । मेघ अत्रे ने उत्तेजनार्थक पुरस्कार प्राप्त किया ।
सभी विजेता विद्यार्थियों को एस एम काटकर, संजय भारद्वाज, रविकिरण गलंगे के हाथों से पुरस्कृत किया गया । पुरस्कार में नगद राशि, प्रमाण पत्र और ट्रॉफी दी गई ।
प्रसिद्ध साहित्यिक संजय भारद्वाज जी ने कहा, छात्रों को अपने उच्चारण पर अधिक ध्यान देना चाहिए । पहली मात्रा, दूसरी मात्रा पर अधिक ध्यान देना । रविकिरण गलंगे जी ने राष्ट्रभाषा सभा के कार्य की संपूर्ण जानकारी दी। संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष एस एम काटकर ने कहा, हिंदी राष्ट्र की जन -जन की भाषा है, इसे समूचे राष्ट्र ने राष्ट्रभाषा के रूप में अपनाना चाहिए।
समारोह में ज्ञानगंगा स्कूल की प्राचार्या रेणुका दत्ता, बी बी जगताप, प्राचार्या अनुराधा निकम, प्राचार्या अनुजा येरूडकर, प्राचार्या जयश्री देशमुख और प्राचार्य विजय शिंदे सर उपस्थित थे ।
समारोह की सफलता के लिए सभी अध्यापकों का सहयोग मिला ।